थानेदार अपने ही थाने मे हो गई गिरफ्तार, जबरजस्ती सट्टा चालू करवा ले रही रिश्वत।।

पुलिस पर अपराधियों के संरक्षण के लगते इल्जामों के बीच अब पुलिस द्वारा अपराधी बनाएं जाने की बात सामनें आई है। रिटायरमेंट के एक महीने पहले लोकायुक्त कार्यवाही मे धरा गई टी आई ।

लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते थाना प्रभारी को 29 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त अनिल विश्वकर्मा को फरियादी रितेश राठोर ने शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया कि थाना प्रभारी मुन्नी परिहार उस पर दबाव बनाकर सट्टा चलाने का कह रही है औऱ इसके लिए हर महीने 20 हज़ार रुपये रिश्वत की भी मांग कर रही है। 

अभी तक तो पुलिस पर अपराधियों के संरक्षण के ही इल्जाम लगते रहें है टी आई की गिरफ्तारी के इस खुलासे के बाद तो पुलिस द्वारा अपराधी बनाएं जाने की बात सामनें आई है ,ये टीआई तो पकडी गई परन्तु ऐसे ना जाने कितने केस और होगें ....क्या पुलिस ही अपराधी बना रही है । हालांकि लोकायुक्त की कार्यवाही में गिरफ्तार टी आई को एसपी ने निलंबित कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए है।

टी आई की गिरफ्तारी का विडियो देखें यहां क्लिक कर 👇

गिरफ्तार टी आई है मुन्नी परिहार जो मध्यप्रदेश के आगर मालवा के कानड़ थाने पर गिरफ्तारी के पहले तक पदस्थ थी और जिसे उज्जैन लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते 29 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा को फरियादी रितेश राठोर ने शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया कि थाना प्रभारी कानड़ मुन्नी परिहार उस पर दबाव बनाकर सट्टा चलाने का कह रही है औऱ इसके लिए हर महीने 20 हज़ार रुपये रिश्वत की भी मांग कर रही है। उसने बताया कि लॉकडाउन में गल्ले के व्यापार में नुक़सान होने से उसने वर्ष 2021 में सट्टा चलाया था जिसका टीआई मुन्नी परिहार हर महीने 20 हज़ार रुपये लेती थी। अब वह सट्टा नहीं खिलाना चाहता लेकिन टीआई मुन्नी परिहार द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि सट्टा खिलाओ, ताकि उन्हे हर माह 20 हजार रुपए मिले, जिसके चलते उसने न चाहते हुए फिर से सट्टा खिलाना शुरु कर दिया है। आवेदक की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए डीएसपी राजकुमार शराफ़ के नेतृत्व में थाना कानड़ में ही  आवेदक से 29 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए टीआई मुन्नी परिहार को रंगे हाथों पकड़ गिरफ्तार किया गया। रितेश ने बताया कि थाना प्रभारी मुन्नी ने उससे पिछले महीने के बाक़ी 9 हज़ार औऱ चालू महीने के बीस हज़ार रुपये के हिसाब से कुल 29 हज़ार मांगे थे। बताया जाता है कि परिहार की नौकरी सिर्फ एक महीने की बची है,वो 31 मई को रिटायर होने जा वाली थी, रिटायरमेंट के ठीक एक महीने पहले लोकायुक्त की कार्रवाई हो गई।

विधायक ने बैंक पर लगाया ताला देखे विडियो 👇



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