जेल में झूम उठे आशाराम बापू, शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर शिवभक्ति में मगन हो शिवभजन पर जेल में बंद आशाराम बापू झूम उठे ।

आसूमल थाऊमल सिरुमलानी उर्फ आशाराम बापू जिनके शिष्यों की संख्या दुनिया भर में करोड़ों में है तथा जिनके देश भर में तकरीबन 450 से अधिक छोटे-बड़े आश्रम संचालित होते हैं वे फ़िलहाल जोधपुर जेल में बंद है मामला नाबालिग से रेप का है। 


17 अप्रैल 1941 को जिला नवाबशाह सिंध प्रान्त में जन्मे भारत ही नहीं दुनियाभर में सन्त के रूप में पहचाने जाने वालें उन्हें उनके भक्त प्राय: बापू के नाम से सम्बोधित करते हैं। आशाराम बापू सामान्यतः विवादों से जुड़े रहे हैं कई आपराधिक मामलों में उनके खिलाफ दायर याचिकाओं में उनके आश्रम द्वारा अतिक्रमण 2012 में दिल्ली दुष्कर्म कांड पर उनकी टिप्पणी एवं 2013 में नाबालिग लड़की का कथित यौन शोषण आदि शामिल हैं इन विवादों में उनके खिलाफ कोर्ट में लगे आरोपों की आँच उनके बेटे नारायण साईं तक भी पहुंची चुकी थी। आशाराम बापू को न्यायालय ने 5 साल तक न्यायिक हिरासत में रखने के बाद नाबालिग से रेप के मामले में आसाराम को उम्रकैद की सजा का निर्णय सुनाया था, फ़िलहाल आशाराम बापू जोधपुर जेल  की सलाखों के पीछे कैद उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। जोधपुर जेल में शिवरात्रि के एक दिन पूर्व कैदियों ने भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर कीर्तन का आयोजन भी किया तो आशाराम बापू भी उसमें शामिल हुए और भोले के भजनों पर झूमने लगे...... 

देखिए विडियो यहां 👇क्लिक कर 


Comments

Popular posts from this blog

मिच्छामि दुक्कडं और खमत खामणा में क्या फर्क है ? क्षमापर्व के लिए कौनसा शब्द उपयुक्त है कृपया विचार करे। एक जैन धर्मावलंबी की फेसबुक अपील।

कोरोना योद्धा कोरोना की चपेट में, 6 डाक्टर, नर्स और पुलिसकर्मी पॉजिटिव, 6 कोरोना ….3 जवान संक्रमित थाने को किया जा रहा सील।

अभ्युदय में चौसठ कलाओं का जीवंत प्रदर्शन करने वाले श्री उमिया पाटीदार स्कूल के मेधावी विद्यार्थी।