बोरिंग में से पानी की जगह निकल रही आग की लपटें, दहशत में ग्रामीण अनुसंधान में अधिकारी।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ ब्यावरा में सुठालिया थाना क्षेत्र के खनोटा में एक ट्यूबवेल की सफाई के बाद बोर को ढंकने के लिए कराई जा रही वेल्डिंग के दौरान इस तरह असामान्य तौर पर आग की लपटें निकल रही है शुरुआत में 5-6 फीट तक उठ रही आग की ये लपटें धीरे-धीरे बढ़ने लगीं, जो 20-30 फीट तक पहुंच गई ग्रामीणों द्वारा पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई तो मौके पर टीम पहुंच गई।
सुठालिया थाना प्रभारी रामकुमार रघुवंशी ने बताया कि खनोटा गांव के पप्पू सौंधिया ने करीब 2 साल पहले खेत में बोरिंग कराया था। तब उसने बोर में केसिंग नहीं डलवाई थी इसके लिए वह बुधवार को बोर की सफाई करा केसिंग डलवाने के बाद उपर वेल्डिंग से लोहे का ढक्कन कसवा रहा था। तभी अचानक ये आसामान्य घटना घटित हुई सूचना मिलने के बाद पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई रात करीब 10 बजे आग पर काबू पाया जा सका।
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ज्ञात हो कि इसी तरह रामपुर शक्तेशगढ़ गांव में किसान रामेश्वर पाल के खेत का बोरिंग भी आग उगलने लगा था उसने भी अपने खेत में करीब डेढ़ साल पहले डीप बोरिंग करवाई थी. लेकिन बोरिंग सही तरीके से काम नहीं कर रही थी तो उसे बंद करा दिया गया था शनिवार की रात खेत में सरसों की फसल की सिंचाई के लिए जब समरसिबल को दोबारा चालू किया गया, तो पानी के साथ उसमें गैस की गंध आने लगी और वह लगातार तेज होती गई ऐसे में पाइप से निकल रहे पानी के पास जब माचिस की जलती हुई तीली ले जाई गई तो पानी मे आग लग गई. और इसके बाद से निकल रहे पानी में लगी आग लगातार तेज होने लगी तो तत्काल समरसिबल बंद कर दिया गया।
ऑइल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) की टीम आसपास के सम्पूर्ण क्षेत्र का भ्रमण कर ट्यूबवेल से रिसने वाली गैस के नमूने कई बार और कई सालो से बराबर ले रही है लेकिन अभी तक प्राकृतिक गैस भंडारण की स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। सबसे पहले ये नमूने करीब 20 साल पहले लिए गए थे, लेकिन उस समय मीथेन गैस की कम मात्रा होने के चलते क्षेत्र के लोगों को सचेत रहने की चेतावनी दी थी वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक खिलचीपुर व जीरापुर के कुछ चिंहित गांवों में 400 सौ फीट से अधिक गहराई में प्राकृतिक गैस का भंडारण तो मिला है, लेकिन उसका व्यावसायिक उपयोग नहीं किया जा सकता है। ज्ञात मामलों में खिलचीपुर के देवाखेड़ी, मोयाखेड़ी, जैतपुरा कलां, गुराड़िया के साथ ही जीरापुर के पिपल्दा, कुमड़ी, ब्राह्मणगांव और इनके आसपास के गांवों में ट्यूबवेल खनन के दौरान आए दिन आग लगती रहती है।

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