वाइब्रेंट गुजरात - गुजरात की 70 वर्षीय महिला ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया, शादी के 45 सालों के बाद घर में गूंजी किलकारी। आईवीएफ तकनीक से हुआ यह चमत्कार।
माँ की ममता के दुस्साहस और चिकित्सा विज्ञान ने किया असंभव को सभंव। डाक्टरों के पूर्ण रूप से सहमत नहीं होने के बाद भी महिला ने लिया निर्णय।
कच्छ गुजरात में रापर तहसील के मोरा गांव में 70 साल की उम्र में पहली बार माँ बनी जीवूबेन और उनके पति मालधारी बच्चे के जन्म के बाद से ही बहुत खुश हैं यही नहीं शादी के 45 सालों के बाद उनके घर में किलकारी गूंजने की वजह से पूरे गांव में भी खुशियों का माहौल है, कच्छ गुजरात के के मोरा गांव में रहने वाले इस अशिक्षित बुजुर्ग जोड़े ने शादी के 45 साल बाद वैज्ञानिक तकनीक यानी आईवीएफ से एक बच्चे को जन्म दिया है।
गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. नरेश भानुशाली के अनुसार इस दंपति की उम्र काफी ज्यादा होने के कारण इनको बच्चा होने की कोई उम्मीद नहीं थी, पहले हमने इनसे कहा भी था कि इस उम्र में आपको बच्चा नहीं हो सकता है लेकिन इन लोगों को भगवान और डॉक्टर पर बहुत भरोसा था।
डॉ. नरेश भानुशाली ने बताया कि इन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि हमारे परिवार के अन्य लोगों को भी बड़ी उम्र में ही ऐसे परिणाम प्राप्त हुए है. इनका कहना था कि आप अपनी तरफ से कोशिश करें, फिर हमारी किस्मत बता दे कि बुजुर्ग महिला ने टेस्ट ट्यूब बेबी IVF तकनीक से बच्चे को जन्म दिया है। डॉक्टर भानुशाली ने बडे़ गर्व से बताया कि बच्चे के जन्म लेने के बाद दंपति काफी खुश है और हम भी बहुत खुश हैं. यह लोग बड़ी उम्मीद के साथ हमारे पास आए थे अब उनकी उम्मीदें पूरी हो गई हैं।
70 साल की उम्र में बच्चे के जन्म के बाद से जीवूबेन और उनके पति मालधारी आम जन में चर्चा का विषय बनने के साथ ही मीडिया सुर्खी बन गए हैं हाल ही में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़े गर्व से अपना बेटा पत्रकारों को दिखाया, जीवूबेन ने यह दावा भी किया है कि वह इस उम्र में मां बनने वाली पहली मां हैं। हालांकि रापुर तालुका के मोरा गांव में रहने वाली जीवूबेन के पास अपनी उम्र को साबित करने के कोई डॉक्यूमेंट्स नहीं है लेकिन उन्होंने डॉक्टर को अपनी उम्र 65 से 70 साल के बीच बताई थी।


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