10, 20, 50, 100 और 500 रुपये राशि का स्टांप पक्षकार स्वयं छाप कर प्रिंटर से निकाल सकेंगे।शपथपत्र, एग्रीमेंट, विवाह पंजीकरण व अन्य कार्यों के लिए होता सर्वाधिक उपयोग।

 स्टाम्प एवं निबंधन विभाग ने किया सॉफ्टवेयर तैयार। 

इसी माह से लागू हो सकती यह नई व्यवस्था।

10 रुपये से लेकर 500 रुपये तक का स्टांप अब आप खुद डाउनलोड कर प्रिंट कर सकेंगे।  

शपथपत्र, एग्रीमेंट, विवाह पंजीकरण व अन्य कार्यों हेतु 10, 20, 50, 100 और 500 रुपये राशि के स्टांप के लिए नहीं जाना पड़ेगा स्टांम्प वेंडर के पास। 

ई-स्टांपिंग व्यवस्था लागू होने के बाद भौतिक स्टाम्प की छपाई करीब करीब बंद हो गई है ज्ञात हो कि यह व्यवस्था जनवरी 2021 से लागू कर दी गई थी ऐसे में अब दस, बीस, पचास और 100 रुपये के स्टांप पर कालाबाजारी हो रही है ये स्टांप पांच गुना अधिक कीमत पर पक्षकारों को मिल रहे हैं और देखा जाए तो इस हेतु बिलावजह मेहनत मशक्कत कर शारीरिक तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित ही हो रहे हैं पहले तो बैंक में स्टांप राशि का चालान जमा करने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। फिर ट्रेजरी के चक्कर काटने पड़ते हैं जिसके बाद दूसरे या तीसरे दिन स्टांप मिलता है। इस प्रताड़ना से मुक्ति दिलाने के लिए जल्द ही सेल्फ ई-स्टांप सेवा शुरू की जा रही है इसके तहत जनसुविधा केंद्र या इंटरनेट केंद्र पर से पक्षकारों द्वारा इच्छित राशि का स्टांप तत्काल डाउनलोड कर प्रिंट किया जा सकेगा हालांकि बाकी जानकारी देने की प्रक्रिया पूर्वानुसार ही स्टांप डाउनलोड करने से पहले खरीदार को बतानी पडेगी, जैसे स्टांप खरीद की वजह इत्यादि, साथ ही सेल्फ वेरिफिकेशन के लिए आधार कार्ड, नाम-पता और मोबाइल नंबर सॉफ्टवेयर में दर्ज करना होगा और इन स्टांम्प का भुगतान भी आनलाइन ही किया जावेगा, इसके लिए डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग और डिजिटल भुगतान ही मान्य होगा। खरीददार को बैंक या कोषागार जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

सॉफ्टवेयर तैयार हो गया है। उसकी टेस्टिंग चल रही है लागू होते ही सिर्फ आनलाइन स्टाम्प डाऊनलोड ही नहीं बल्कि निम्न अन्य सुविधाएं भी आवेदक को आनलाइन उपलब्ध होने लगेगी। 

- लेखपत्रों का पंजीकरण

- संपत्ति का मूल्यांकन

- हिंदू विवाह पंजीकरण

- बारह साला विवरण

- भार मुक्त प्रमाणपत्र

- वसीयतनामा जमा

- सत्यापित प्रति आवेदन

ये सभी सुविधाएं भी जल उस साफ्टवेयर के जरिए आनलाइन उपल हो जावेगी। 

Comments

  1. हा एक चांगला उपक्रम व सुरवात शासना द्वारे होत असुन गरजु लोकांचा वेळ व पैसा वाचेल तसेच त्यांची फसगत होण्याची शक्यता राहणार नाही त्या बाबत मनापासून आभार व अभिनंदन

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