इन गेलसप्पी ग्यारसो को भी गीले कचरे सूखे कचरे की तरह छांट के पोंचादो, फिर बनो सिरमौर। बता रहे भिया इन्दौरी ठेठ इन्दौरी स्टाईल में नम्बर वन बनने का आइडिया।

भिया राओओओम.... भिया अगर सिरमोर बन्ना हेगा तो इन गेलसप्पी ग्यारस, पगली फिलमहोन को भी गीले कचरे सूखे कचरे कि तरौ छांट के पोंचाना पडेगा भिया, सई बितला रिया भिया उस दिन बाम्बे हास्पिटल के उधर मुकरी के यां पे गराडू तलवा रिया था कि एकदम से उसका बारिक आ को बोला कि भिया वो राकेट के हाथ पैर तोड दिये, भोत भीड लगी वां पे न टिरेफिक भी जाम लग गिया, मेने कहा कोन राकेट बे किसने तोड़ दिए हाथ पेर तो केने लगा मालूम नि भिया पन भीड लगी न सब जन होन विडियो बना रिये हेगें वां चोराऐ पे, अपन को कुछ सम्पट ही नि पडी बोला उसको कि सई से बता क्या हो गिया तो कैने लगा कि वो टिरेफिक कनटोल करता है ना राकेट, मैने कहा राकेट नि बे रोबोट तो बोला हां भिया वोई समझजाओ आप, उसके हाथ पैर तोड़ रिया कोई, अपन ने भी बाईक उठई न चले रोबोट चोराऐ कि और न देखा तो मजमा लगा हुआ था वां पे, एक गेलसप्पा नाटक नौटंकी कर रिया, अपन कुछ बोलते इत्ती देर में वो पब्लिक के हो- हल्ले में बाईक स्टाट कर निकललिया, पुलिसवाले भी आ गये पन उनको भी कुछ सम्पट नि पड रि, एक भई के विडियो में उसका गाडी नम्बर देख पता लगाने लगे कि कोन था, न दो एक पुलिसवाले रोबोट को सम्भालने लगे, हाथ तोड़ दिया था उसका न लाईट भी बंद हो गई थी उसकी, भारत का एकमात्र ट्रिरेफिक कंन्टोल करने वाला रोबोट भिया अपने इन्दौर में ही था और कईं पे भी नि और उस पगली फिलम ने उसको तोड फोड दिया जबरन मे, 


 इन्दौर को एक शान से वंचित कर दिया इस गेलसप्पी ग्यारस ने, पन भिया एक बात बता दू ऐसी गेलसप्पी ग्यारस ओन इन्दौर में भोत हेगी, भोत तरो तरो की, बदनाम करते रेते ये अपने इन्दौर को ऐसे कामों से, वो उस दिन थाली बजाते भीड़भाड़ जमा लि थी पगली फिलमो ने, न उसके पेले एक दिन के लाॅकडाउन के बाद राजबाडे पे इकठ्ठे हो नाटक मचाया था इन ग्यारसिया बा ओन ने, न चाहे जब न जाने कैसे कैसे कौतुक करते रेते ये गेलसप्पे होन, पूरा इन्दौर बदनाम हो जाता भिया इन्टरनेशनल लेबल पर, कुछ समझते ही नि, इनकी हरकतें तो अनगिनत है हर इलाकों में अगल अगल, भिया मे तो केह रिया इनको भी गीले कचरे सूखे कचरे कि तरो छांट के पोंचा दो तभी सईसाॅट तरीकों में अपना इन्दौर नम्बर वन होऐगा न सिरमौर बनेगा । मै बितला देता भिया यंही पे, कि कैसे छंटाई करे, इन पगली फिलम गेलसप्पी ग्यारसो की सुनो।
1 - पाउची गेलसप्पी ग्यारस, गंदगी फैलाने वाले =
इनको छांटो भिया सबसे पेहले, हंसी भी आती न गुस्सा भि इनपे, भिया ये पाउची गेलसप्पेहोन पूरे इन्दौर में हर चौराऐ हर नुक्कड़ पे मिल जाऐगे, इनकी पाल्टी रेडीसन न सयाजी के नीचे नि होती भिया, पन आपसे मिलने पे सबसे पेले धीरै से ये ही कहेगे पाउच पडा हे क्या, गुटका तो खिला दो, न बस मूं में पाउच फंसा जबरन बाईक दौड़ाते रेते कई जाना आना नि बस घूमते रहेना, "बीस का पेट्रोल न तीस की बीयर हैप्पी न्यू ईयर" वाले केता मैं इनको, आपके आगे बाईक पे जारिये हो और बाईक पे बैठे बैठे कसमसाए या ढेके थोडे इधर-उधर हिलाए चलती बाईक पे, तो समझजाओ भिया कि ये अब गुटका थूकेगे, मूं से पिचकारी उडायेगें बीच रोड पे, शहर को गंदा कर न बीमारी फेलाने वाले सबसे पेले इनको गीले कचरे जैसे पोंचाओ भिया।
2 - फोक्टे गेलसप्पे अफवाह फैलानेवाले =
न दूसरे फोक्टे जियो कि डिजीटल संतान ओन हाथ में हरदम मोबाइल ले को इधर के मैसेज उदर न उदर के मैसेज इदर फारवर्ड करते रेते न अफवाह फेला शहर का माहोल बिगाडते, किसी दिन दंगे हो सकते भिया इनके कारण, दो एक पत्रकारों के साथ उठ बैठ अपने आप को भी पत्रकार बताने लगते ये गेलसप्पे, शैहर का माहौल खराब कर दिया हे भिया इन गेलसप्पी ग्यारस ओन ने इनको भी पोंचाओ भिया गिले सूखे कचरे की तरौ छांट के, ये जो माफिया वाफिया के खिलाफ स्कीम विस्कीम चल रि ना तो अबी दुबक रिये है नि तो इनके ही भिया थे वो माफिया होन, जमीन से जुड़े है ये गेलसप्पेओन, भिया ये उत्तरी पश्चिमी क्षेत्रों में भरपल्ले भरे पड़े हैं।
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3- ट्रेफिक बिगाडू गेलसप्पे साॅरी बोलने वाले =
भिया ये तीसरे तरों के साॅरी बोलने वाले अंग्रेजी का ओर कोई शब्द आता नि इनको साॅरी सीख लिया अपनी मैडम से इन्ने, चायेजब गुस्सा होते अपने पठ्ठे पे, तो वो साॅरी बोलती तो उससे ये भी सीख गये, आप अगर ट्रेफिक सिग्नल पे खड़े हो एकदम नियम कायदे से, लाल लाईट हो रि तो भी ये बीच मे घुसते जाएगे भोत जल्दी में जैसे करोडो का सौदा करवाने जा रिये कनाकांपे, हरदम मोबाइल लगाको रखते कान पे, बाईक चलाते तब भी, न आपको टच करके केहेगे साॅरी, आप कहो देख के चल भाई तो बोलेंगे अंकल साॅरी बोल तो दिया जैसे कोई भोत बड़ा तीर मार दिया, स्वर्ण पदक जीत लिया ओलम्पिक का, साॅरी बोलके ऐसे जताऐगे कि आप पे ऐसान कर दिया, इनको पोंचाओ गिले सूखे कचरे की तरह छांट के, हर सिग्नल पे हर सडक पे मिलेंगे आपको ये ट्रेफिक बिगाड़ने के लिए तैयार कान पे मोबाइल लगाये, अंटशंट तरीको से बाईक चलाते।
4 - पानी ढोलू गेलसप्पे पानी बर्बाद करने वाले =
न एक ये पानी ढोलू गेलसप्पेओन इनमें तो बई न छोरियां होन भी भोत हेगी भिया, आप इनके इलाकों में आठ आठ घंटे भी नल दे दो घर के कटोरी चम्मच बी भर लेंगे ये पन अगर फिर भी इनके इधर टैंकर पोंचा दो तो पांच छ बरतन लेको आ जाएंगे भीड मचाते पानी भरने न बोलेंगे बस पीने का भरना अपने को, एक बूंद पानी नि हेगा भिया ये दो केन भर लेने दो, अपने इन्दौर में पानी की कमी किल्लत ऐसे ही गेलसप्पेओन के कारण हुई हेगी भिया, ये चाये जब शुरू हो जाते पाईप निकाल बाईक, कार धोने, न गिरती बारिश में भी रोड धोते ये पगली फिलम होन, जगो जगो किचड मचा देते।
तो भिया ये तो दो चार सेम्पल के बताये मैने ओर भि वेरायटी में हे ये, जैसे फेंकू बतोले गेलसप्पे, सीजनेबल गेलसप्पे, भिया के पठ्ठे गेलसप्पे, डेढ़ स्याने गेलसप्पे, न वो स्कूटी दोनो पैर से बगैर बिरेक लगाये रोकने वाली गेलसप्पी बईओन वो सब भी बितलाऊगा अगली गुरुवार को अबी जा रिया, पोये लियाया अपना छोटू, ठण्डे हो जाऐगें वो खालू फिर आता अगले गुरुवार को इन लोकल क्या स्टेट बल्कि नेशनल न इंटरनेशनल लेवल के गेलसप्पेओन की कारस्तानी बताता और हां भिया ये खाली अपने इन्दौर ही में नि हर गांव, हर शहर, हर नगर, हर देश न विदेशों में भी भरपले भरे पडे सबदूर से इनकी छंटाई जरूरी है, अभी तो जारिया मैं, राम तो बोल दो भिया.... भिया राओओओम.......

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