नवलेखा- मजाक या धोखा । गूगल नवलेखा और डिनेव के ट्रंगल में फंस गये पब्लिशर्स। नवलेखा सपोर्ट टीम के गैर जिम्मेदार रवैये से हो रहे परेशान।

नवलेखा पेज पर पहले तो एडसेंस एप्रूव्ह पेज होने के बावजूद एड डिस्प्ले नहीं होना, एड शुरू होते ही आर्टिकल नाट इन्डेक्स होना, पब्लिशर को रिवार्ड स्कीमों के रिवार्ड के बारे में नहीं बताना, यही नहीं स्वयं को गूगल एम्प्लाई बताते तीन साल के लिए कोई चार्ज नहीं बता पेज रजिस्टर्ड करने के तकरीबन आठ माह बाद ही जब चार्ज के साथ कान्ट्रेक्ट रिन्यूअल फार्म आने से पब्लिशर द्वारा बात किये जाने पर खुद को पूर्व के डिनेव कर्मचारी बता अब नवलेखा को नहीं देखना बताया जाना क्या है, धोखा है या मजाक पब्लिशर्स के साथ, और अब केटेगरी बार का स्क्रोल होना आर्टिकल पर ऊपर नीचे और सबसे शर्मनाक तो इन सब बातों को लेकर सपोर्ट टीम को किये गये कई सारे ई मेल में से एक का भी जवाब नहीं देना क्या है पब्लिशर्स के साथ नवलेखा का गूगल के नाम पर धोखा या मजाक, जबकि शुरुआत के कुछ दिनों तक इसी सपोर्ट टीम नें किसी भी समस्या पर बराबर सम्पर्क किया था। 


 आधिकारिक रूप से नवलेखा अक्टूबर 2018 में इन्टरनेट उपयोगकर्ताओं के सामने आया या यूं भी कह सकते हैं कि 2018 में नवलेखा देहली में एक भव्य कार्यक्रम के साथ लांच किया गया गूगल इनेसिटिव टैग के साथ, उद्देश्य बताया इन्टरनेट पर भारतीय भाषाओं के कन्टेन्ट की कमी को पूरा करने के लिए रजिस्टर्ड पब्लिशर को सहज सुलभ मंच उपलब्ध करवाना इसके लिए तीन साल पब्लिशर्स को कोई चार्ज नहीं देना मतलब फ्री रहेगा।
पब्लिशर को नवलेखा से परिचित करवाने उन्हे इस मंच तक लाने के लिए नवलेखा ने कई शहरों के बड़े बड़े होटलों में ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किये इन्दौर के होटल रेडीसन ब्लू में 24 नवम्बर 2019 को आयोजित ऐसे ही नवलेखा के ट्रेनिंग प्रोग्राम में मैं भी शामिल हुआ और अपने आप को गूगल के कर्मचारी बताने वाले नवलेखा के ट्रेनर्स से शुरूआती जानकारी के बाद सबसे पहला सवाल यहीं किया कि जब गूगल ब्लागर पहले से ही उपलब्ध है तो फिर ये नवलेखा क्यों, क्या वाकई ये गूगल का ही प्रोडक्ट है तब उन्होंने अपने आप को गूगल एम्प्लॉइज बताते बताया कि जीं हा ये गूगल ने ही लांच किया है देखिए ये लिखा नवलेखा ए गूगल इनेसिटिव तब  मैने उनसे यही कहा था कि यह तो नवलेखा ने लिखा गूगल ने थोड़ी ना लिखा परन्तु वे नवलेखा पर कन्टेन्ट अपलोड करने की सुलभता के साथ गूगल द्वारा इन्डेकसिंग, एडसेन्स सपोर्ट और सहजता से पीडीएफ को टेक्सट कन्वर्ट के बारे में बताने लगे लेकिन चन्द दिनो पश्चात ही नवलेखा पर अपलोड आर्टिकल को नाट इन्डेकसिंग कर दिया गया मतलब नवलेखा कन्टेन्ट गूगल द्वारा इंडेक्स नही किये जाने लगे इसके लिए नवलेखा सपोर्ट टीम को कई ई मेल किये लेकिन उन्होंने उनका जवाब नहीं दिया कुछ महीनों बाद यह समस्या ठीक हुई तो अब फिर नवलेखा पर एडसेंस सपोर्ट बंद कर दिया गया मतलब विज्ञापन डिस्प्ले ही नहीं हो रहे थे एक बार फिर सपोर्ट टीम को मेल किये लेकिन किसी मेल का कोई जवाब नहीं नो रिप्लाई नवलेखा सपोर्ट टीम की ओर से तकरीबन चार पांच महीने तक यही समस्या बनी रही और एड डिस्प्ले शुरू होने के साथ ही डोमेन रिन्यू के लिए कान्ट्रेक्ट फार्म, चार्ज की डिटेल के साथ आ गया, अभी पेज रजिस्टर्ड किये शायद आठ माह भी नही बीते थे जबकि ट्रेनिंग प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन के समय तीन साल के लिए कोई चार्ज नहीं बताया था अब इसे नवलेखा का धोखा गूगल कहे या गूगल का मजाक नवलेखा पब्लिशर्स के साथ।
खैर इसके बारे में तो और डिटेल बातें बाद में करते अभी जो सबसे बड़ी समस्या पेज पर केटेगरी बार के मूवमेंट करने की है कि किस तरह से आर्टिकल पढ़ने के लिए जब हम पेज स्क्रोल करते तो यह बार भी मूव्ह करती है, यह कैटिगरी बार क्या है तो बता दूं कि आर्टिकल को उनके विषय अनुसार अलग अलग केटेगरी में लिस्टिंग किया जाता हैं तब नवलेखा पेज पर यह केटेगरी इस तरह एक लाइन में दिखाई देती है इसे ही केटेगरी बार कह सकते हैं और यह कन्टेन्ट या आर्टिकल के ठीक ऊपर फिक्स की गई है जबकि हो यह रहा कि जब आर्टिकल पढने के लिए पेज स्क्रोल कर रहे तो यह भी नीचे आ कर मैटर एवं विज्ञापन को छिपाने लग जाती है मतलब यह भी उपर नीचे स्क्रोल हो रही है इससे पढने में कठिनाई हो रही है साथ ही विज्ञापन भी नही दिखाई देते और सबसे शर्मनाक बात पढने वाले के बीच पेज की इमेज खराब होती है, इस कारण वह दूसरे आर्टिकल नही पढता और फिर इस पेज पर ही नहीं आता है।
जब नवलेखा सपोर्ट टीम को बताया तो वे मानने को तैयार नहीं जैसे पहले उन्हें कहा था कि ये गूगल इनेसिटिव है ऐसा गूगल नही लिख रहा आप लिख रहे हैं और आप गूगल के कर्मचारी नहीं परन्तु अंत में नौकरी से हटाने पर उन्होंने स्वीकार किया कि हां हम गूगल के नहीं डिनेव के एम्प्लॉइज थे।
गूगल, नवलेखा, डिनेव, इन्डेकसिंग, नाट इन्डेकसिंग और रिवार्ड की हकीकत के कारण परेशान पब्लिशर्स की चर्चा तो आने वाले समय में अलग अलग एक एक कर विस्तार से करेगें अभी तो यह केटेगरी बार का मामला जो सपोर्ट टीम है उसके ध्यान में लाना मेरा उद्देश्य है अगर वे देख कर इस पर संज्ञान लेते हैं तो ठीक अन्यथा रिवार्ड स्कीम सहित बहुत सारे मजाक नवलेखा ने गूगल के नाम पर या गूगल ने नवलेखा के नाम पर पब्लिशर्स के साथ किये है जिसके बारे में उन्हें कई बार ईमेल करते रहे पर जवाब नहीं देते और फोन करके कहते कि हम यहां आपको जवाब देने नहीं बैठे हैं उनकी चर्चा एक के बाद एक सीरियल वाईज की जाऐगी पब्लिशर्स के साथ नवलेखा मजाक या धोखा में। 

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