इन्सान के पादने से भी फैल सकता है कोरोना, डब्ल्यू एच ओ का बडा बयान और क्या कहती है रिसर्च रिपोर्ट।
डेली हंट के अनुसार डब्ल्यूएचओ ने बताया कि इंसानी शरीर में बनने वाली गैस के साथ कई तरह की रसीली भाप भी बाहर आती है। उस रसीली भाप में कई प्रकार के अणु और कीटाणु भी शामिल होते हैं। ठीक उसी प्रकार कोरोना वायरस भी उस भाप के साथ शरीर से बाहर आता है।
यदि 10 मिनट के भीतर कोई व्यक्ति वहां से गुजरता है उस भाप को सूंघ जाता है तो उसके नाक के माध्यम से कोरोना से शरीर में प्रवेश कर जाएगा।
हालिया रिपोर्टों से पता चला है कि कोरोनोवायरस पॉजिटिव 50 प्रतिशत से अधिक रोगियों के मल में ये वायरस पाया गया है । कई शोधों में ये बातअच्छी तरह से सत्यापित हो चुकी है कि पाद में माइक्रोपार्टिक्ल होते हैं, जो बैक्टीरिया को फैला सकते हैं।
वेस्टर्न हेल्थ स्थित ऑस्ट्रेलियाई आपातकालीन चिकित्सक एंडी टैग के अनुसार, पाद या फिर गैस छोड़ने में लंबी दूरी तक हवा फैलाने की शक्ति होती है और आपके पाद में मौजूद एक कण 5-माइक्रोन एरोसोल की छोटी बूंद से 5 गुना बड़ा होता है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, डॉ. टैग ने कुछ संदर्भ सामने रखे हैं कि कैसे पाद बैक्टीरिया फैला सकता है, लेकिन पैंट पहने होने पर इसरी संभावना शून्य हो जाती है। उन्होंने कहा कि हमने ये भी पाया है कि पाद द्वारा कोरोनावायरस फैलने के मामले में कोई ठोस निष्कर्ष फिलहाल सामने नहीं आया है।
कितने समय तक पाद रहता है हवा में मौजूद ?
इस बात की जानकारी देते हुए डब्ल्यूएचओ ने बताया कि इंसानी पाद हवा में 10 मिनट तक मौजूद रह सकता है। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल तेड्रोस बताया कि
यदि 10 मिनट के भीतर कोई व्यक्ति वहां से गुजरता है उस भाप को सूंघ जाता है तो उसके नाक के माध्यम से कोरोना से शरीर में प्रवेश कर जाएगा।
कोरोना महामारी पूरे विश्व में डर का माहौल पैदा करती जा रही है। और बार-बार डब्ल्यूएचओ के ऐसे बयान बयान भी भ्रम पैदा कर रहे हैं, अभी डब्ल्यूएचओ ने एक नई जानकारी साझा की है जिसमें उसने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति कुछ देर पहले वहां पाद कर गया है और वह कोरोना संक्रमित है तो उसके पाद को सूंघने के बाद आपको भी कोरोना वायरस हो सकता है।
मेडिकल एजुकेशन साइट डोन्ट फ़ॉरगेट द बबल्स के सह-संस्थापक टैग भी सुझाव देते हैं कि पाद के माध्यम से कोरोनावायरस फैलने की संभावना को पूरी तरह से अनदेखा और नकारा भी नहीं जा सकता है। लेकिन जब तक आपने पैंट पहनी हुई है, आप बीमारी को नहीं फैला पाएंगे। हालिया रिपोर्टों से पता चला है कि कोरोनोवायरस पॉजिटिव 50 प्रतिशत से अधिक रोगियों के मल में ये वायरस पाया गया है । कई शोधों में ये बातअच्छी तरह से सत्यापित हो चुकी है कि पाद में माइक्रोपार्टिक्ल होते हैं, जो बैक्टीरिया को फैला सकते हैं।
वेस्टर्न हेल्थ स्थित ऑस्ट्रेलियाई आपातकालीन चिकित्सक एंडी टैग के अनुसार, पाद या फिर गैस छोड़ने में लंबी दूरी तक हवा फैलाने की शक्ति होती है और आपके पाद में मौजूद एक कण 5-माइक्रोन एरोसोल की छोटी बूंद से 5 गुना बड़ा होता है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, डॉ. टैग ने कुछ संदर्भ सामने रखे हैं कि कैसे पाद बैक्टीरिया फैला सकता है, लेकिन पैंट पहने होने पर इसरी संभावना शून्य हो जाती है। उन्होंने कहा कि हमने ये भी पाया है कि पाद द्वारा कोरोनावायरस फैलने के मामले में कोई ठोस निष्कर्ष फिलहाल सामने नहीं आया है।
कितने समय तक पाद रहता है हवा में मौजूद ?
इस बात की जानकारी देते हुए डब्ल्यूएचओ ने बताया कि इंसानी पाद हवा में 10 मिनट तक मौजूद रह सकता है। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल तेड्रोस बताया कि
यदि कोई व्यक्ति बिना मास्क के उस जगह से गुजरेगा तो उसे कोरोना संक्रमित होने से कोई नहीं बचाएगा। साथ ही साथ इस प्रकार एक से ज्यादा व्यक्तियों के संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है।
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अपडेट प्लस - रीडर कमेन्ट.. 4.33 PM 28/07
गैस यानी पाद (Fart) कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार कर सकता है? इस संदर्भ में बीजिंग में सीडीसी द्वारा जो रिपोर्ट जारी की गयी थी , जिसके अनुसार यदि कोई कोविड-19 रोगी गैस छोड़ता है तो उसके बगल वाले व्यक्ति को कोरोनरी संक्रमण हो सकता है, लेकिन टोंगजो डिस्ट्रिक्ट के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इस संदर्भ में अपनी रिपोर्ट में कहा कि गैस (Farts) कोविड-19 के ट्रांसमिशन मार्ग के रूप में कार्य नहीं कर सकता, जब तक कि कोविड-19 से प्रभावित व्यक्ति के पादने के बाद उसके इस्तेमाल किए गए पैंट कोई और न पहने। यह तभी संभव है, जब कोई COVID-19 से प्रभावित व्यक्ति द्वारा अच्छी तरह से पास की गई गैस (Farts) वाली पैंट कोई स्वस्थ मनुष्य ना पहनें। ऐसे लोगों की पैंट ही वस्तुतः कोरोना निवारक मास्क की भूमिका निभाते हैं, हालांकि कुछ लोगों के कोरोनरी धमनियों के संपर्क में आने पर संक्रमित होने की भी सूचना है। इसके बाद ही अन्य स्वस्थ व्यक्ति को ज्यादा सतर्क रहने के लिए आगाह किया है।
अपडेट प्लस - रीडर कमेन्ट.. 4.33 PM 28/07
गैस यानी पाद (Fart) कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार कर सकता है? इस संदर्भ में बीजिंग में सीडीसी द्वारा जो रिपोर्ट जारी की गयी थी , जिसके अनुसार यदि कोई कोविड-19 रोगी गैस छोड़ता है तो उसके बगल वाले व्यक्ति को कोरोनरी संक्रमण हो सकता है, लेकिन टोंगजो डिस्ट्रिक्ट के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इस संदर्भ में अपनी रिपोर्ट में कहा कि गैस (Farts) कोविड-19 के ट्रांसमिशन मार्ग के रूप में कार्य नहीं कर सकता, जब तक कि कोविड-19 से प्रभावित व्यक्ति के पादने के बाद उसके इस्तेमाल किए गए पैंट कोई और न पहने। यह तभी संभव है, जब कोई COVID-19 से प्रभावित व्यक्ति द्वारा अच्छी तरह से पास की गई गैस (Farts) वाली पैंट कोई स्वस्थ मनुष्य ना पहनें। ऐसे लोगों की पैंट ही वस्तुतः कोरोना निवारक मास्क की भूमिका निभाते हैं, हालांकि कुछ लोगों के कोरोनरी धमनियों के संपर्क में आने पर संक्रमित होने की भी सूचना है। इसके बाद ही अन्य स्वस्थ व्यक्ति को ज्यादा सतर्क रहने के लिए आगाह किया है।


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