चायनीज एप डिलीट के लिए पुलिस अधिकारियों के हो रहे आदेश वायरल, सोशल साइट्स मैसेज फारवर्ड और बेब पोर्टलों पर बन रही पोस्ट, बड़े बडे पत्रकारों की सामने आ रही बड़ी पत्रकारिता।
सीमा पर चीन की दोगली चाल के बाद से ही देशवासियों में चीन के प्रति गुस्सा आक्रोश सोशल साइट्स पर जम कर निकल रहा है पूरे देश में चाइनीज सामानों के बहिष्कार की अपील के साथ चाईनीज एप डिलीट करने के लिए कहा जा रहा है। जो देशवासियों की भावना और देश प्रेम को दर्शाता है परंतु जैसा कि हर चर्चित मुद्दे पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर होने लगता है कुछ वैसा ही इस मुद्दे पर भी होने लगा व्यक्तिगत अपील के बाद अब शीर्ष पुलिस अधिकारियों की जानिब से ऐसी चेतावनी अपील वायरल होने लगी बगैर देखे समझे जाने और सबसे बड़ी बात कन्फर्म किये। यही नहीं वेब पोर्टल भी न्यूज रूप में पोस्ट कर रहे।
ये तो कई बार साबित हो गया है कि ये सोशल साइट्स फेक न्यूज और फेक जानकारियां फैलाने के बहुत ही सशक्त और सरल माध्यम बन चुके हैं सिर्फ कुछेक लोगों की फारवर्ड करने की मानसिकता के चलते और इसका ज्यादातर मामलों में नुकसान ही भुगतना पड़ा है, इसी वजह से माबलीचिंग जैसे शब्द चलन में आए और इन पर गाहे-बगाहे प्रतिबंध लगते रहे यहीं नहीं कईयों पर कानूनी कार्रवाई भी हुई।
जो लोग भी ऐसी पोस्ट या अपील कर रहे हैं उनकी भावना और उद्देश्य सही है परन्तु मेरी नजर में यह तरीका गलत है, किसी अधिकारी के नाम का अधिकृत डाक्यूमेंट की पूर्ण सत्यता की जांच के बाद ऐसी पोस्ट में उपयोग किया जाना चाहिए अन्यथा फिर सोशल साइट्स और वेब पोर्टल पर भी लाॅकडाउन लागू करना पडेगा।
ये तो कई बार साबित हो गया है कि ये सोशल साइट्स फेक न्यूज और फेक जानकारियां फैलाने के बहुत ही सशक्त और सरल माध्यम बन चुके हैं सिर्फ कुछेक लोगों की फारवर्ड करने की मानसिकता के चलते और इसका ज्यादातर मामलों में नुकसान ही भुगतना पड़ा है, इसी वजह से माबलीचिंग जैसे शब्द चलन में आए और इन पर गाहे-बगाहे प्रतिबंध लगते रहे यहीं नहीं कईयों पर कानूनी कार्रवाई भी हुई।
ऐसे ही अब इन्दौर पुलिस उप महानिरीक्षक का आदेश बताते एक इमेज जम कर फारवर्ड हो रही है, इस हेडिंग कैप्शन के साथ कि "इंदौर डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने चाइना एप्लिकेशन को डिलीट करने के लिए जारी किया आदेश। जारी आदेश में कहा निम्नलिखित 50 एप्लिकेशन आपका व्यक्तिगत औऱ अन्य डेटा हो सकता है चोरी। इन एप्लिकेशन को करें डिलीट।" और इसके साथ जो आदेश की फोटो (इमेज) पोस्ट की जा रही है उसमें कहीं भी आदेश जारी होने का दिनांक और जारी नम्बर नहीं है, मतलब नम्बर तारीख नहीं देखिये चित्र । अब यह बात तो सर्वविदित है कि बगैर नम्बर तारीख के कोर्ई भी सरकारी आदेश पत्र जारी नहीं होता है।
ये तो एम पी के इन्दौर की बात रही ऐसी ही एक अपील पोस्ट धड़ाधड़ और फारवर्ड हो रही यू पी के लखनऊ की उस पोस्ट में बताया जा रहा कि पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ लखनऊ ने समस्त पुलिसकर्मियों से पचास चाइना एप तुरंत डिलीट करने के लिए नोटशीट पर आदेश जारी किया है सभी पुलिसकर्मियों से निवेदन है कि वे अपने और अपने परिवार के मोबाइल से ये एप डिलीट कर दे इस पोस्ट के साथ भी एक नोटशीट की इमेज पोस्ट की जा रही है।
हालांकि दोनों ही पोस्ट सोशल साइट्स उपयोगकर्ता देशवासियों में देश प्रेम उलांचे मारने के परिणाम की परिणिति ही है इससे परेशानी जरूर हो सकती है। क्योंकि पुलिस अधिकारियों के हवाले से ऐसी पोस्ट किये जाना स्वाभाविक रूप से टेंशन का कारण बन सकता है। जो लोग भी ऐसी पोस्ट या अपील कर रहे हैं उनकी भावना और उद्देश्य सही है परन्तु मेरी नजर में यह तरीका गलत है, किसी अधिकारी के नाम का अधिकृत डाक्यूमेंट की पूर्ण सत्यता की जांच के बाद ऐसी पोस्ट में उपयोग किया जाना चाहिए अन्यथा फिर सोशल साइट्स और वेब पोर्टल पर भी लाॅकडाउन लागू करना पडेगा।
आनन्द पुरोहित।



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