नटवरलाल की अम्मा गिरफ्तार, प्रिया ने अनामिका बन उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग को लगाया एक करोड़ का चूना, एक साथ पच्चीस जगहों से उठाई तनख्वाह जांच जारी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में फर्जी दस्तावेजों से शिक्षिका की नौकरी करने वाली चर्चित अनामिका शुक्ला को शनिवार को कासगंज पुलिस ने बीएसए ऑफिस से गिरफ्तार कर लिया। वो यहां के फरीदपुर स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में 2018 से विज्ञान शिक्षिका के पद पर तैनात है। पूछताछ में उसने खुद को कायमगंज, फर्रुखाबाद की रहने वाली बताया। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। इस मामले में बीएसए ने सोरों कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं डीएम ने इस संबंध में एक रिपोर्ट शासन को भेजी है।
बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देशों पर जिले में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका की तलाश की गई तो कस्तूरबा विद्यालय में यह शिक्षिका पाई गई। एक दिन पूर्व शुक्रवार को बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने शिक्षिका के वेतन आहरण पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किया था। यह नोटिस व्हाट्सएप पर भेजा गया था।
शनिवार को नोटिस को देखकर शिक्षिका घबरा गई। वह अपना इस्तीका और जवाब दाखिल करने एक पड़ोसी युवक संजय के साथ दोपहर बाद बीएसए ऑफिस पहुंच गई। जब युवक से शिक्षिका के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि अनामिका शुक्ला बाहर सड़क पर गाड़ी में हैं। इस पर बीएसए अंजली अग्रवाल ने सोरों पुलिस को मामले की जानकारी दी और कार्यालय के स्टाफ के माध्यम से घेराबंदी कर ली। ये सूचना बीएसए ने डीएम और एसपी को दे दी। इस पर सीओ सिटी आरके सिंह एवं सोरों कोतवाली पुलिस बीएसए ऑफिस पहुंच गई। पुलिस तत्काल उसे हिरासत में लेकर सोरों कोतवाली ले आई।
कोतवाली प्रभारी रिपुदमन सिंह ने बताया कि शिक्षिका अनामिका शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। बीएसए ने शिक्षिका के खिलाफ तहरीर दी है। सीओ कासगंज आरके तिवारी ने बताया कि बीएसए की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज करके एक युवती को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूछताछ की तो युवती ने अपना नाम प्रिया बताया। उसके पिता का नाम महिपाल है। वो फर्रुखाबाद के लखनपुर की रहने वाली है। उसने अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर नौकरी करने कबूल किया है।
बता दें कि अनामिका के नाम पर बीते 13 महीने में 25 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में करीब कुल एक करोड़ रुपये के मानदेय का भुगतान किया गया है। उसकी नियुक्ति व दस्तावेजों के संबंध में जानकारियां जुटाने के साथ सभी 25 केजीबीवी से मानदेय एक ही बैंक खाते में गया या अलग-अलग खातों में भुगतान किया गया, इसकी जांच भी की जा रही है। 



खबर. भ्रामक है. प्रिया का नाम डालकर अनामिका शुक्ला को और.शिक्षा विभाग में कार्यरत सहयोगी को बचाया जा रहा है
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