सामने आई असली अनामिका बताया नकली अनामिका का सच, प्रेरणा एप से खुली अनामिका शुक्ला फर्जीवाड़े की पोल, शिक्षा मंत्री ने कहा 6 स्कूलों से हुआ 12 लाख का भुगतान, 17000 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चर्चित 69000 शिक्षक भर्ती फर्जी वाडे के साथ ही शिक्षिका अनामिका शुक्ला के घोटाले को लेकर उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षामंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने कहा, शिक्षक भर्ती में जालसाजी के आरोप में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है वहीं, चर्चित शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले में बताया कि यह गड़बड़ी शिक्षकों का डेटाबेस बनाते वक्त पकड़ में आई अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका ने 6 विद्यालयों से 12 लाख से अधिक रुपए का भुगतान लिया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि अनामिका शुक्ला नाम से 25 जिलों में नौकरी करने वाली शिक्षिका का फर्जीवाड़ा 'प्रेरणा एप' (PRERNA APP) के जरिए सामने आया. जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि 6 कस्तूरबा गांधी महिला विद्यालयों से अनामिका शुक्ला के नाम पर 12,24,700 रुपए का भुगतान हुआ है।
उन्होंने कहा, शिक्षक भर्ती में जालसाजी के आरोप में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है वहीं, चर्चित शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले में बताया कि यह गड़बड़ी शिक्षकों का डेटाबेस बनाते वक्त पकड़ में आई अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका ने 6 विद्यालयों से 12 लाख से अधिक रुपए का भुगतान लिया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि अनामिका शुक्ला नाम से 25 जिलों में नौकरी करने वाली शिक्षिका का फर्जीवाड़ा 'प्रेरणा एप' (PRERNA APP) के जरिए सामने आया. जब जांच शुरू हुई तो पता चला कि 6 कस्तूरबा गांधी महिला विद्यालयों से अनामिका शुक्ला के नाम पर 12,24,700 रुपए का भुगतान हुआ है।
बता दे कि ये फर्जीवाड़ा में लिप्त अनामिका शुक्ला दरअसल फर्रुखाबाद के कायमगंज की सुप्रिया है, प्रेरणा एप के जरिए उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग अपने शिक्षकों का डेटाबेस मेंटेन रखता है।
इस बीच गोंडा से एक महिला सामने आई है जिसने बीएसए दफ्तर में जाकर खुद को असली अनामिका शुक्ला बताया और अपने शैक्षिक अभिलेखों के दुरुपयोग की बात कही। गोंडा जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति के सामने पेश हुई असली अनामिका शुक्ला ने आरोप लगाया है कि उनके शिक्षा संबंधी दस्तावेजों के साथ अलग-अलग जिलों में कई लोगों ने हेराफेरी कर पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है वो तो बेरोजगार हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंट की नीति पर काम करती है कोई भी फर्जीवाड़ा सामने आने पर तुरंत कार्रवाई होती है इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में अब तक 17,001 फर्जी अध्यापकों पर कार्रवाई की है।

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