लाॅकडाउन में प्यार आंखे चार, लडकी बेबस मजबूर की लाईन में लड़का समाजसेवी बाट रहा खाना हुआ प्यार हो गई शादी। फिल्मी कहानी नहीं हकीकत।

गरीब लड़की और अमीर लड़के के प्यार और शादी की कहानी पर कई फिल्में बनी हैं कई तो देखी भी होगी परन्तु हम आपको बता रहे हैं ऐसी एक हकीकत कहानी नहीं।

लाॅकडाउन के दौरान कई तरह के वाक्ये सामने आ रहे हैं कुछ दुखद तो कुछ सुखद और कुछेक तो अविश्वसनीय आश्चर्यजनक ये सोचने पर मजबूर कर देते कि ऐसा भी हो सकता है क्या, ऐसा ही एक वाक्या चर्चा में आया जब कानपूर में एक युवक-युवती की अनोखी शादी देखने को मिली | इस शादी में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया, यही नहीं इस शादी में कई प्रभावशील और आर्थिक रूप से संपन्न लोग मौजूद थे, सामाजिक सोच बदलने वाली इस शादी के बारे में जिसने भी सुना वो हैरान रह गया |

शुरुआत तो फिल्म की तरह से ही हुई जब
लॉकडाउन के दौरान गरीबी की वजह से फुटपाथ पर भिखारियों के साथ बैठकर नीलम नामक युवती रोजाना खाना खाया करती थी और अनिल नामक युवक सामाजिक कार्यकर्ता की हैसियत से अन्य जरूरत मन्दो की तरह उसे भी खाना परोसा करता था, इसी दौरान दोनों एक दूसरे के संपर्क में आये अनिल ने नीलम के बारे में जानकारी निकाली तो उसे नीलम की मजबूरियों का पता चला और उसने उसका साथ देने का फैसला किया |
जब अनिल ने नीलम के साथ सात फेरे लेकर उसकी मांग भरने और अपनी पत्नी बनाने का प्रस्ताव दिया तो पहले तो नीलम को यह अविश्वसनीय लगा | लेकिन अनिल की बातों पर यकीन करने के अलावा उसके पास कोई चारा नहीं था और शादी का प्रस्ताव लेकर अनिल नीलम के परिजनों के पास पहुँच गया उन्हें भी यकीन नहीं हुआ |

बताया जाता है कि नीलम के पिता नहीं हैं, मां पैरालिसिस से पीड़ित है | जबकि आर्थिक तंगी के चलते उसके भाई और भाभी ने उसे मारपीट कर घर से भगा दिया है | नीलम के पास गुजारा करने के लिए भी कुछ नहीं था | लॉकडाउन के दौरान उसने कई लोगों से रोजगार भी मांगा | लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ | मजबूरीवश उसे फुटपाथ पर भिखारियों के साथ बैठकर पेट भरना पड़ता था |
नीलम खाने लिए उनके साथ रोजाना लाइन में लगती थी और उधर अनिल अपने मालिक के साथ रोजाना समाज सेवा के चलते खाना देने आता था | अनिल शहर के एक बड़े प्रॉपट्री डीलर के यहां काम करता है अनिल ने अपनी ये दास्तान अपने मालिक लालता प्रसाद को बताई | लालता प्रसाद ने भी अनिल की भावना समझ अनिल के पिता को शादी के लिए राजी किया और दोनों की शादी करा दी |
लालता प्रसाद ने बताया कि अनिल खाना बांटने हमारे साथ जाता था फिर उसे उस लड़की से लगाव हो गया | उन्होंने कहा कि मैंने फिर इस लड़की के साथ सभी लोगों को रात में भी खाना देने के लिए निर्देशित किया | उन्होंने बताया कि फिर अनिल खुद खाना बनाकर इस युवती को देने लगा | इसके बाद उन्होंने अनिल के पिता को उसकी शादी के लिए राजी किया | उसके परिजनों की हामी भरने के बाद दोनों की शादी करवा दी।
इस तरह एक कहानी जो अभी तक फिल्मों में ही देखी जाती थी हकीकत में देखने को मिली।


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