*"साइलेंट-मोड" में पूर्व प्रधानमंत्री की पत्रकार वार्ता चली प्रवक्ताओं के रिमोट से। *


*"साइलेंट-मोड" में पूर्व प्रधानमंत्री की पत्रकार वार्ता*
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पूर्व प्रधानमंत्री की पत्रकार वार्ता भी प्रवक्ता द्वारा रिमोट संचालित रही ?
( यू ट्यूब विडियो में देखे कैसे चल रहा रिमोट लिंक
यहां क्लिक करें )
https://youtu.be/mNc1yNtD3xY

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के चलते पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज इंदौर में पत्रकारों से विपक्ष द्वारा उन्हें नामित "साइलेंट मोड" में ही रूबरू हुए डॉ मनमोहन सिंह अपने चिर परिचित अंदाज और सौम्य शांत लहजे में ही पत्रकारों के सवालों के जवाब भी  विधानसभा चुनावो की गहमागहमी के बीच देते रहे कई बार तो पास बैठे प्रवक्ता को पत्रकारों के सवालों का आशय समझाना पड़ा पूरे प्रदेश में हो रही चुनावों के शोरगुल भरी सभाओ वार्ताओं के बीच इन्दौर के होटल रेडिसन में पूर्व प्रधानमंत्री की इस शांत प्रेस वार्ता का मतदाताओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह तो "गुप्त सुप्त" ही है पर जहां तक प्रत्याशियों को इससे लाभ होगा उसकी उम्मीद कम ही है।
न्यूजप्रिंट को जीरो केटेगरी में डाल दिए जाने के सवाल पर अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया इंडस्ट्री हिंदुस्तान में फले फूले यही कांग्रेस की मंशा है और इसके लिए हम जरूर कुछ करेंगे।
मनमोहन सरकार पर लगे विपक्ष के रिमोट सरकार के आक्षेप पर पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गलत है तब कांग्रेस सरकार ऐसे तरीके से चलाई जाती थी कि पार्टी और सरकार दोनों एक ही थीम पर काम करें और हमारी सरकार की सफलता की वजह भी यही थी कि पार्टी और सरकार में कोई भेद नहीं था।
प्रधानमंत्री द्वारा मनमोहन सरकार के हर डिसीजन को चैलेंज किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कि क्या आप नरेंद्र मोदी को कोई चैलेंज देना चाहेंगे पूर्व प्रधानमंत्री ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि प्रेस कांफ्रेस में कोई चेलैन्ज नहीं देना चाहता हूं देश की जनता 2019 के चुनाव में ही उन्हें जवाब देगी।
पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर कि सरकार ने संसद की स्थाई समिति के समक्ष पहली बार स्वीकार किया है कि नोटबंदी का असर किसानों पर पड़ा है क्या आप उस पर विस्तार से बताएंगे अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साफ कर दिया कि हम नियमों से बंधे हुए हैं स्थाई समिति के सदस्य किसी तरह के बयान बाजी नहीं करेंगे ऐसा सदस्यों से वादा लिया जाता है।
नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही बयानबाजी पर जब पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की गरिमा रख रहे डेकोरम को मेंटेन कर रहे हैं मनमोहन सिंह का कहना था कि मेरा रिस्पेक्टफुल व्यू है कि मोदी जी प्रधानमंत्री पद का ठीक इस्तेमाल नहीं कर रहे प्रधानमंत्री को यह नहीं शोभा देता कि वह गाली-गलौज पब्लिक में अपोजिशन लीडर पर करें खासतौर पर कांग्रेस शासित या नान बीजेपी स्टेट में जाते हैं तो वह खूब बरसते हैं उन सरकारों पर यह उचित नहीं है।
शांत सयंत शब्दों में धीरे धीरे संयमित जवाब देते पूर्व प्रधानमंत्री से जब एक महिला पत्रकार  अति उत्साह में प्रश्न करने लगी तो उसके बोलने की गति पर डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि "प्लीज स्लोली" बोलिए।
बोले तो बहुत कुछ पूर्व प्रधानमंत्री और पूछा भी गया उनसे परंतु राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला को राज्य प्रवक्ता  द्वारा कुछ चुनिंदा पत्रकारों के जिन्हें शायद वे चेहरे मोहरे से जानते थे नाम बताए जाते रहे और वह उन्हें आमंत्रित करते रहे जबकि कई शहर में बाहर से आए हुए प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधि पत्रकार पूर्व प्रधानमंत्री से सवाल पूछने को सिर्फ इसलिए वंचित रह गए कि राज्य प्रवक्ता जो कि स्थानीय है उन्हें चेहरे और नाम से नहीं पहचानते थे इसलिए कहा जा सकता है कि पूर्व प्रधानमंत्री की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस रिमोट रूपी पार्टी प्रवक्ता द्वारा संचालित रही जैसा कि उनकी सरकार पर विरोधी गलत आरोप लगाते रहे।
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*जिसका जानते नाम उसे सलाम कुछ इसी तर्ज पर संचालित रही इन्दौर में मनमोहन सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस।* 

https://youtu.be/mNc1yNtD3xY


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