The Blue Book , अपनी बात पेज

अपनी बात ।

जो काम बडे बडे समाज सुधारक, धर्म प्रचारक और ज्ञानी सृष्टि के निर्माण के इतने वर्षो तक नही कर पाये वो, इस आभासी ब्रम्‍हाण्‍ड ने अपनी रचना के साथ ही कर दिखाया जी हॉं मै बात कर रहा हूँ इस दुनियॉं मे फैले भेद, भाव,उँच नीच, जात पॉत की फेसबुक पर ऐसा कुछ नही सभी समान है सब दोस्‍त है ना कोई मजहब ना धर्म ना जाति ना वर्ण ना कोई माता ना पिता ना भाई ना बहन ना और कोई रिश्‍ता ना नाता यहॉं पर सब दोस्‍त है, दोस्‍ती ही उनका धर्म है दोस्‍त ही उनका रिश्‍ता है, सब समान सभी तरह के भेदभाव की दीवार गिरा दी गयी है यहॉं और सिर्फ एकात्‍मकता स्‍थापित है जिसे हर कोई सहज रूप में स्‍वीकारता है ना स्‍वीकारे तो यहॉं उसका अस्तित्‍व ही समाप्‍त हो जाऍ । .................................निरन्‍तर पढते रहिए
''द ब्‍लू बुक'' फेसबुक पर विश्‍व की पहली किताब।
"The Blue Book" world's first book on Facebook
के पृष्‍ठ

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