द ब्लू बुक, वर्ल्ड फर्स्ट बुक आन फेसबुक, फेसबुक पर हिन्दी में लिखी दुनिया की पहली किताब।

 " The Blue Book" World's first book on Facebook.
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''द ब्‍लू बुक'' फेसबुक पर विश्‍व की पहली किताब।
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सेठी पब्लिकेशन्‍स इन्‍दौर द्वारा प्रकाशित लेखक पत्रकार आनन्‍द पुरोहित की किताब ''द ब्‍लू बुक'' फेसबुक पर लिखी गयी विश्‍व की पहली किताब है।सरल हिन्‍दी '' बातचीत शैली'' में लिखी इस बुक में फेसबुक से सम्‍बधिंत तकरीबन समस्‍त पहलुओं को समाहित किया गया है,तथापि लेखक का यही कहना है कि ये तो फेसबुक रूपी समन्‍दर में से एक अँजुरी ही है।
द ब्‍लू बुक के प्रकाशन के पूर्व जितनी भी किताबें फेसबुक को लेकर लिखी और प्रकाशित की गयी वो या तो फेसबुक के बिजनेस या मार्केटिंग पर ही है, अथवा कोई एक पेरेन्‍टस को बच्‍चो द्वारा फेसबुक के उपयोग पर सावधान करने
के तौर पर ही है, फेसबुक पर सम्‍पूर्ण रूप से लिखी और प्रकाशित यह पहली ही पुस्‍तक है जिसे सेठी पब्लिकेशन्‍स़ इन्‍दौर ने हिन्‍दी मे प्रकाशित किया है।
द ब्‍लू बुक के पब्लिशर सेठी पब्लिकेशन्‍स के अनुसार ये किताब फेसबुक पर की पहली किताब है, जो फेसबुक के गुण,दोषों, इसके उपयोग के लाभ और हानि से अवगत कराते हुए फेसबुक क्‍या हैं,इसका कैसे उपयोग करें,कितना उपयोग करें, और क्‍यों उपयोग करें ये सब बताती है। फेसबुक प्रोफाईल बनाने अर्थात
फेसबुक पर अकाउन्‍ट खोलने से लेकर कैसे उसे अपडेट करना तथा उस पर के आने वाले खतरों और उनसे बचनें के उपाय आप इस ब्‍लू बुक से अच्‍छी तरह से जान सकतें है, यही नही फेसबुक पर आज क्‍या क्‍या पोस्‍ट होता है और कैसे किया
जाता है आपको पोस्‍ट करते हुए क्‍या सावधानी रखनी चाहिए अपने प्रोफाईल कोकैसे मैनेज करना चाहिए सिक्‍यूरिटी अलर्ट अथवा अपने अकाउन्‍ट को किसी असामाजिक गतिविधी से कैसे बचाऍं, किसी अश्‍लील अथवा असामाजिक पोस्‍ट से
कैसे बचें ये सब द ब्‍लू बुक मे विस्‍तृत रूप में बताया गया है, ये एक प्रयास है फेसबुक के प्रति समाज में आयी कई भ्रान्तियों को मिटाने का और फेसबुक के उपयोग से समाज में आ रही बुराईयों और सामाजिक व्‍यवहार में आते
बदलाव को बताने और उसके प्रति सावधान करने का।
यही नही फेसबुक पर लिखी गयी दुनिया की इस पहली पुस्‍तक द ब्‍लू बुक की
सबसे बडी खासियत भी यही है कि फेसबुक के बारे मे लेखक ने उसमें कई ऐसी
महत्‍वपूर्ण और अनूठी जानकारियॉं दी है जिससे कई वर्षो से इसका उपयोग
करने वाले भी शायद अनजान होगें, इसीलिए पब्लिशर का ये कहना की ये उन
दोनों प्रकार के लोगों के लिए बहुउपयोगी ही नही नितान्‍त जरूरी है जो या
तो फेसबुक का उपयोग कर रहे हैं अथवा अभी तक जो फेसबुक के बारे मे अनजान है।

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