लेडी कांस्टेबल ने जूनियर डाक्टर बन जासूसी फिल्म की तरह मेडीकल कालेज का किया आपरेशन रैगिंग।
कवर के लिए दो पुरुष कांस्टेबल बने केंटीन कर्मचारी तो एक महिला पुलिसकर्मी बनी नर्स। लेडी कांस्टेबल ने फिल्मी स्टाइल में मिलनसार स्वभाव और खुशमिजाज छात्रा बन कई जूनियर छात्रों से दोस्ती करते हुए मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने वाले छात्रों का पता लगा "आपरेशन रैगिंग" को सफल बनाया। इंदौर एमजीएम मेडिकल काॅलेज में पांच माह पहले हुई रैगिंग केस को पुलिस ने एक लेडी कांस्टेबल को मेडिकल छात्रा की तरह कालेज में दाखिल करा एक क्राइम थ्रिलर फिल्म स्टोरी की तरह सुलझा लिया। मेडिकल छात्रा बनी लेडी कांस्टेबल्स को कवर देने के लिए पुलिस की एक महिला आरक्षक नर्स के रूप में तो दो पुरुष आरक्षक कैंटीन कर्मचारी के रूप में वहीं ड्यूटी पर थे। फिल्मी स्टाइल में जीन्स-टॉप पहन कांधे पर बैग टांगे 24 साल की अंडरकवर कॉप शालिनी चौहान 3 महीने से ज्यादा रोजाना अलग अलग समय पर कॉलेज के कैंटीन में जुनियर मेडिकल स्टूडेंट बनकर बैठती, वहां दूसरे छात्र छात्राओं से दोस्ती कर उनसे बातचीत करतीं और इस तरह आखिरकार इस ब्लाइंड रैगिंग केस में उन्होंने पर्याप्त सबूत जुटाए, जिसके आधार पर 11 छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। इन ...